सुनहरा संसार -
स्वच्छता सर्वेक्षण के ऑनलाइन फीडबैक में ग्वालियर शहर की स्थिति में अप्रत्याशित सफलता मिली है। इसके लिए निगम के प्रयासों के अलावा बहुत हद तक प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर की सराहना की जा रही है।
स्वच्छता की तस्वीर (हजीरा मंडी)
मंगलवार को जारी रैंकिंग ग्वालियर प्रदेश में पहले पायदान की पोजीशन पर बरकरार है वहीं देश में 23 वां स्थान हासिल कर लिया है। स्टार रेटिंग टीम बुधवार को शेष बचे 11 वार्डों का निरीक्षण करके दिल्ली के लिए वापस हो गई है। पिछले तीन दिन के निरीक्षण में टीम को शहर में बेहतर साफ सफाई मिली है तो शहर की जनता ने भी अपने शहर का मान बढ़ाने के लिए नगर निगम की सफाई व्यवस्था की सराहना की है। फिलहाल जनता ने तो शहर के लिए अपनी जिम्मेदारी तो निभा दी, लेकिन रेटिंग में शहर किस पायदान पर टिका है यह फायनल परिणाम के बाद ही पता चलेगा।
मंत्री श्री तोमर द्वारा स्वच्छता संदेश
टीम के निरीक्षण के दौरान अधिकतर लोगों ने कहा कि पिछले 1-2 माह से दिन में दो-तीन बार झाड़ू लग रही है। कचरा लेने वाहन आ रहे हैं। दीवारों की रंगाई-पुताई देखते ही बनती है, लोगों के इस तरह के जबावों के बाद फोरी तौर पर खुश होने के बजाय इस बात का मंथन होना चाहिए कि सफाई व्यवस्था 1-2 माह से ही ठीक क्यों हुई
मंत्री तोमर के प्रयास से ग्वालियर का एक मात्र संचालित हॉकर्स जोन
दूसरी ओर देखा जाए तो स्वच्छता की तस्वीर के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने जनता के साथ निगम के लोगों में जनजागृति के लिए पूरी शिद्दत से काम किया। उनके द्वारा स्वच्छता का संदेश देने के लिए साफ-सफाई का जो तरीका (नाले में उतरकर सफाई) अपनाया गया उसको लेकर विरोधियों के अलावा उनकी खुद की पार्टी के नेताओं द्वारा भी छींटाकशी करने में कोई कमी नहीं रही। वहीं उन्होंने गंदगी देखकर मंत्री का रौब दिखाकर कर्मचारियों को दंडित करने के बजाय उन्होंने उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराया। यही नहीं उन्होंने अपने हर कार्यक्रम में स्वच्छता को प्राथमिकता पर रखकर जनता को संदेश दिया कि अपने बच्चों को प्यार करते हो तो स्वच्छता को अपनाना ही होगा, वास्तव में आज उसका परिणाम दिखाई भी दे रहा है, जिसने विरोधियों के मुंह पर खुद ब खुद ताला लगा दिया।