इंदौर में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा आग लगाने वाले बयान पर कांग्रेस की तरफ से एक के बाद हमले तेज हो गए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा में बचपन से ही हिंसा और नफरत का रास्ता सिखाया जाता है। ये लोग उसी की राजनीति करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कैलाश हताश और निराश हो चुके हैं। इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। जिसने कानून तोड़ा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
विवादित बयान देकर प्रदेश में फिर से चर्चा में आए बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर दिग्विजय सिंह के अलावा कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी ने भी विजयवर्गीय को घेरा बयानबाजी में सज्जन सिंह की तो जवान ही फिसल गई जिसे जीतू पटवारी ने संभाला।.
वहीं सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने विजयवर्गीय पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें तो गरीबों की पेंशन लूटने का मेडल मिलना चाहिए, उन्होंने चैलेंज किया कि वह अपनी पूरी ताकत लगाकर सरकार गिरा कर दिखाएं, ये पूरे पांच साल चलने वाली सरकार है। वहीं विजयवर्गीय के बयान के बाद जहां कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाए हुए है तो इस मुद्दे भाजपा ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। जानकार विजयवर्गीय के बयान को प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी से जोड़कर देख रहे हैं, शायद इसी वजह से भाजपा ने " इंदौर में आग लगाने" बाले बयान पर विजयवर्गीय से किनारा कर लिया है।